History of shri Ram: भगवान राम क्या है , जन्म कहाँ हुआ , जाति क्या है, गोत्र , उपनाम, आखिरी बंश, सारी जानकारी जाने विस्तार से।
History of shri Ram: बाल्मीकि रामायण के अनुसार भगवान भगवान राम विष्णु के सातवें अवतार थे जो कि त्रेता युग में हुए थे। भगवान श्री राम राजा दशरथ के सबसे बड़े पुत्र थे। भगवान राम साकेत लोक में रहते हैं इसका वर्णन भगवान शिव ने पद्म पुराण में किया है मैं इसे संक्षेप में कहूंगा श्री राम राम का जाप करके कोई भी आसानी से सुखद रूप से उन तक पहुंच सकता है यदि कोई मरने से पहले एक बार श्री राम के नाम का स्मरण कर ले तो वह उन तक पहुंच जाएगा।
History of shri Ram: भगवान राम का जन्म कहां हुआ था?
अगर हम बात करें भगवान श्री राम के जन्म की तो प्राचीन महाकाव्य रामायण के बाल कांड में कहा गया है कि भगवान राम और उनके भाइयों का जन्म सूर्य नदी के तट पर स्थित शहर अयोध्या में कौशल्या और दशरथ के यहां हुआ था।
भगवान राम का उपनाम क्या है?
अगर हम बात करें भगवान श्री राम के उपनाम की तो भगवान राम का जन्म ” इक्ष्वाकु ” राजवंश में हुआ थी । जिसकी स्थापना भगवान सूर्य के पुत्र राजा इक्ष्वाकु ने की थी इसलिए भगवान राम को सूर्यवंशी भी कहा जाता है।
भगवान राम का असली नाम क्या है?
अगर हम बात करें भगवान श्री राम के असली नाम की तो शास्त्रों के अनुसार भगवान श्री राम का असली नाम दशरथ राघव था। जो की जन्म के समय रखा गया था भगवान राम का इस वाक्य को राजवंश में जन्म हुआ था इसलिए भगवान श्री राम को सूर्यवंशी भी कहा जाता है।
भगवान श्री राम की जाति क्या है?
अगर हम बात करें भगवान श्री राम की जाति की तो हिंदू धर्म के अनुसार भगवान श्री राम को क्षत्रिय जाति का माना जाता है।
राम जी का गोत्र क्या है?
अगर हम बात करें भगवान श्री राम जी के गोत्र की तो भगवान श्री राम का जन्म ” इक्ष्वाकु ” कुल में हुआ था जिसकी स्थापना भगवान सूर्य के पुत्र राजा इक्ष्वाकु ने की थी। इसके अनुसार भगवान श्री राम का गोत्र विवस्वान था और उनका वंश सूर्यवंश था।
भगवान श्री राम कितने वर्ष तक जीवित रहे थे?
अगर हम बात करें भगवान श्री राम कब तक जीवित रहे तो हमारे हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार माना जाता है भगवान श्री राम 11000 वर्षों तक जीवित रहे थे।
भगवान राम के आखिरी वंश कौन थे?
अगर हम बात करे भगवान राम के आखिरी बंश की तो जयपुर राजघराना भगवान राम के बंशज है । जयपुर राजघराने की महरानी पद्मिनी आवर परिवार के लोग भगवान श्री राम के पुत्र कुश के बंशज है। कुछ समय पहले महारानी पद्मिनी ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि उनके पति भवानी सिंह कुछ के 307 वे बंशज है।