प्रेग्नेंट हथिनी की मौत पर एक्शन, वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज

मलप्पुरम। केरल के मलप्पुरम में प्रेग्नेंट हथिनी की मौत के बाद बड़ा एक्शन हुआ है। अज्ञात लोगों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की गई है। मन्नार कक्कड़ रेंज अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा है की प्रेग्नेंट हथिनी की मौत के मामले में एफ आई आर दर्ज हो गई है। दरअसल प्रेग्नेंट हथिनी की मौत पटाखों से भरे अनानास खाने से हुई थी। पेट में पटाखों के विस्फोट होने से जबड़े में चोट लगने और नदी में खड़े हथिनी की मौत हो गई थी।
यह घटना 27 मई की है जब प्रेग्नेंट हथिनी पानी में खड़ी थी
एक जानकारी के मुताबिक केरल में औसतन हर 3 दिन में एक हाथी की मौत होती है और इसके पीछे हाथियों को मारना और उनके प्रति क्रूरता का भाव रखना माना जाता है। लेकिन प्रेग्नेंट हथिनी की मौत ने झकझोर देने वाली खबर दी है। सोची समझी साजिश के तहत हथिनी को अनानास में पटाखे रखकर खिलाया गया था। जिसके कारण उसकी मौत हो गई। साइलेंट वैली नेशनल पार्क के अधिकारी ने बताया कि हाथी को 23 मई को जंगल में घूमते देखा गया था लेकिन उसके बाद तलाश में उसका लाश नदी में मिली।
यह जानना भी जरूरी है की जनगणना में हाथियों की संख्या कितनी है
लाखों की संख्या वाले भारत में अब गिनती के हाथी बचे हैं.
2017 के सेंसस के अनुसार भारत के जंगलों में 27,312 हाथी हैं, जबकि 2012 के सेंसस के अनुसार हाथियों की संख्या 29,391 से 30,711 के बीच थी.