गूजरी महल में संगीत सभा और हजीरा चौक पर होगा मालिनी अवस्थी का गायन
ग्वालियर। ग्वालियर में होने वाले तानसेन संगीत समारोह का स्वरूप इस बार न केवल अन्तर्राष्ट्रीय होगा बल्कि परम्परा से हटकर होगा। उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया की पहल पर पहली बार श्रोता किला स्थित गूजरी महल में संगीत सभा व हजीरा चौक पर विख्यात लोक गायिका मालिनी अवस्थी के उप शास्त्रीय गायन का आनंद ले सकेंगे।
पवैया ने संस्कृति विभाग के उच्च अधिकारियों से समारोह को लेकर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि संगीत सम्राट की समाधि पर होने वाले प्रसिद्ध संगीत समारोह को आमजन के लिये व्यापक तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का बनाया जाये। उच्च शिक्षा मंत्री के सुझाव पर तानसेन अलंकरण समारोह की पूर्व संध्या ''गमक'' नाम से होगी। इसमें 15 दिसम्बर को हजीरा चौक पर ''ससुराल गेंदा फूल'' से लोकप्रिय हुई भारत की विख्यात लोक गायिका सुश्री मालिनी अवस्थी के उप शास्त्रीय लोकगीतों का गायन होगा। किसी युग में तानसेन की स्वर लहरियों से गुंजित ग्वालियर किले के गूजरी महल में 20 दिसम्बर को अंतिम संगीत सभा भी पहली बार ही होगी।
इक्कीस दिसम्बर तक चलने वाले देश के संगीत जगत के प्रतिष्ठित समारोह में इस बार इराक, इजराइल, नार्वे, स्विस व बेल्जियम देश के संगीत-साधक एवं रसिक भी शामिल होंगे।